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बात उन लम्हों की… (वैलेंटाइन कांटेस्ट)

कलम की सवारी
कलम की सवारी
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(Contest)
जब पहली बार मिली पिया से नज़र
उनका अनमोल प्यार मेरे दिल में बसा
एक अजब सी कशिश है उनसे नजदीकियों में,
छा गया मेरे मन पे उनके प्यार का कहकशां,
जैसे ही उन्होंने मेरी तरफ हाथ बढ़ाया
लगा कि सागर नदी की लहरों में ही जा बसा।
जैसे ही उन्होंने मेरे तन को छुआ
मन पर छा गया उनके प्यार का नशा
जैसे ही हुआ मेरा आलिंगन मेरे पिया से
मदहोश हो गयी पवन और रिमझिम सावन बरसा
मेरा और उनका प्रेम हमेशा बना रहे
है रब से दुआ कि खुशियों से भरा रहे हमारा संसार
ये पवित्र बंधन हमेसा फलता रहे
जो है प्यार के मोती में गुथा हुआ सा
मैं तो रंगी हूँ आपके प्यार के रंग में
और रहूंगी मैं यूं ही आपके साथ सदा।

बात उन लम्हों की…  (वैलेंटाइन Contest)

जब पहली बार मिली पिया से नज़र

उनका अनमोल प्यार मेरे दिल में बसा

एक अजब सी कशिश है उनसे नजदीकियों में,

छा गया मेरे मन पे उनके प्यार का कहकशां,

जैसे ही उन्होंने मेरी तरफ हाथ बढ़ाया

लगा कि सागर नदी की लहरों में ही जा बसा।

जैसे ही उन्होंने मेरे तन को छुआ

मन पर छा गया उनके प्यार का नशा

जैसे ही हुआ मेरा आलिंगन मेरे पिया से

मदहोश हो गयी पवन और रिमझिम सावन बरसा

मेरा और उनका प्रेम हमेशा बना रहे

है रब से दुआ कि खुशियों से भरा रहे हमारा संसार

ये पवित्र बंधन हमेसा फलता रहे

जो है प्यार के मोती में गुथा हुआ सा

मैं तो रंगी हूँ आपके प्यार के रंग में

और रहूंगी मैं यूं ही आपके साथ सदा।

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